फेक-फील्डिंग उसे कहा जाता है जब गेंद एक फील्डर के हाथ में है भी नहीं लेकिन वो उसे स्टंप्स की तरफ फेंकने का नाटक कर रहा होता है ताकि विपक्षी टीम का बल्लेबाज कंफ्यूज हो जाए। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में इसे लेकर नियम भी है जिसे अमल में लाया जा चुका है।
इसके अंतर्गत यदि कोई खिलाड़ी ऐसा करते हुए पाया जाता है तो उस टीम पर 5 पेनाल्टी रन का प्रावधान बनाया गया है। इस नियम का उल्लंघन करते हुए वैसे तो कई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी पाए गए हैं पर आज हम 2 भारतीय खिलाड़ियों पर नजर डालेंगे जिन पर फेक-फील्डिंग का आरोप लग चुका है।
- विराट कोहली
टी20 विश्वकप 2022 में 2 नवंबर को बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान विराट कोहली पर फेक फील्डिंग करने का आरोप लगाया गया। यह आरोप बांग्लादेश के खिलाड़ी हसन और कुछ फैन्स ने लगाया। उन्होंने कहा कि “हमें गीले मैदान पर खेलना पड़ा लेकिन इस मैच में एक फेक फील्डिंग वाली वारदात भी हुई जो हमारे पक्ष में नही गया”।
हसन के इस बयान के बाद फैन्स ने भी बांग्लादेश को 5 पेनाल्टी रन देने की मांग उठाई। जबकि बाद में वीडियो के माध्यम से यह पता चला कि विराट कोहली ने वैसी कोई हरकत नहीं की थी जिससे बांग्लादेश के बल्लेबाजों का ध्यान भटके।
- रोहित शर्मा
भारत के कप्तान रोहित शर्मा पर भी फेक फील्डिंग करने का आरोप लग चुका है। ऐसा 2020 में हुआ था जब ऑस्ट्रेलियन टीम 3 एकदिवसीय मैचों के लिए भारत के दौरे पर आई थी।
इनमें से एक मैच के दौरान रोहित शर्मा मैदान पर कुछ ऐसी हरकत करते हुए पाए गए थे जो कि नियमों के खिलाफ था। हालांकि रोहित शर्मा को इसकी सजा नहीं मिली पर सोशल मीडिया पर काफी संख्या में ऑस्ट्रेलियन फैन्स ने इस मुद्दे को उठाया था।
दूसरी ओर इस नियम को पहली दफा तोड़ते हुए जो बल्लेबाज पाया गया था वो थे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन जिन पर 2017 के एक डोमेस्टिक मैच में यह नियम तोड़ने का आरोप लगा था। जिसके बाद उन्हें पेनाल्टी का भी सामना करना पड़ा था।