हार एक खिलाड़ी जब भी बल्ले या फिर बॉल को हाथ में लेते हे, सभी सोचते हे की कभी वो भारत के लिए क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम एक इतना उच्च स्तरीय टीम हे की कई प्लेयर्स का सपना टूट जाता हे।
लेकिन कभी कभी इतना ज्यादा मैचे खेले जाने के कारण कई प्लेयर्स को आराम दिया जाता हे, और उनके बदले नए खिलाड़ियों को लाया जाता हे। कई खिलाड़ियों ने इस मौका का पूरा फायदा उठाया हे, तो कई खिलाड़ी को तो एक मैच खेलने के बाद कभी मौका ही नही मिला।
और कई ऐसे खिलाड़ी हे भी जिन्होंने भारत के लिए क्रिकेट खेला भी हे, लेकिन सायद आप उनमें से काफी को तो जानते भी नहीं होगे। आज के इस लेख में हम बात करेंगे 4 ऐसे खिलाड़ियों के बारे में जिन्होंने भारत के लिए तो खेला हे, लेकिन हम उन्हे भूल चुके हे।
फैज फजल
फैज फजल घरेलू क्रिकेट में एक लीजेंड हैं। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में कई रन बनाए हैं और कप्तान के रूप में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। फिर भी, उनको टीम इंडिया के साथ ज्यादा मौके नहीं मिले।
फैज ने भारत के लिए सिर्फ एक वनडे मैच खेला हे। यह 2016 की बात है जब दूसरी पंक्ति की भारतीय टीम ने जिम्बाब्वे का दौरा किया था। यह वोही दौरा हे जब केएल राहुल और युजवेंद्र चहल ने भारत के लिए अपने करियर की शुरुआत की थी। फ़ैज़ ने खेल में अर्धशतक बनाया था, वह भी 90 से ऊपर के अच्छे स्ट्राइक रेट से। हालाँकि उन्हें फिर दूसरा गेम खेलने को नहीं मिला।
गुरकीरत सिंह मान
2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरकीरत सिंह मान ने भारत के लिए तीन मैच खेले थे। हालांकि वह घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पंजाब के इस ऑलराउंडर का आईपीएल में यादगार प्रदर्शन नहीं रहा है।
इसलिए, जब उन्हें टीम इंडिया के लिए खेलने के लिए चुना गया तो यह आश्चर्य की बात थी। बीसीसीआई कोशिश कर रहा था कि मध्यक्रम में एक ऐसा खिलाड़ी हो जो गेंदबाजी कर सके और शायद इसीलिए गुरकीरत सिंह मान का इस्तेमाल किया गया था। हालांकि वह तीन मैचों का हिस्सा रहे, लेकिन छाप नहीं छोड़ सके।
लक्ष्मी रतन शुक्ला
लक्ष्मी रतन शुक्ला उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्हें आप शायद भारत के लिए खेलते हुए याद नहीं कर पाओगे। हालाँकि वह सक्रिय रूप से आईपीएल का हिस्सा था, लेकिन, बहुतों को नहीं पता था कि बंगाल के ऑलराउंडर ने आईपीएल शुरू होने से पहले भारत के लिए अच्छा खेला था।
1999 में उन्होंने भारत के लिए तीन मैच खेले। ये तीनों खेल अलग-अलग विरोधियों के खिलाफ थे। उन्होंने कुल 18 रन बनाए और एक विकेट लिया और इसलिए अपने चयन को सही नहीं ठहरा सके।
श्रीनाथ अरविंद
हमारे इस लिस्ट में आखरी नाम ही श्रीनाथ अरविंद। भारतीय क्रिकेट टीम को एक बाएं हाथ के गेंदबाज की खोज थी। जहा बाकी सभी देश के पास एक से बढ़ कर एक बाएं हाथ के गेंदबाज हे, वोही भारत के पास जहीर खान के सन्यास के बाद एक भी अच्छा बाएं हाथ का गेंदबाज नही था। उसी का एक एक्सपेरिमेंट थे श्रीनाथ अरविंद।
2015 में धर्मशाला में साउथ अफ्रीका के खिलाफ अरविंद को मौका मिला था, लेकिन, इस बाएं हाथ के गेंदबाज ने कुछ अच्छा परफॉर्म नहीं किया, जिस वजह से उन्हें फिर मौका नहीं मिला।
