क्रिकेट आजकल एक पेसो से भरा हुआ खेल है, यह निस्संदेह दुनिया के शीर्ष खेलों में से एक है जिसमें बहुत सारा पैसा शामिल है। जब से क्रिकेट की शुरुआत हुई है, ये खेल सिर्फ ऊपर ही ऊपर गया ही पॉपुलैरिटी या पेसो के मामले में।
T20 और T10 जैसे खेल के नए फॉर्मेट की शुरुआत के साथ, पेसो के खर्च में भी वृद्धि हुई है। साथ ही, कई देशों द्वारा की जाने वाली टी20 लीग में बहुत सारा पैसा और पुरस्कार शामिल होते हैं, क्योंकि लीग में कई स्पॉन्सर्स भी शामिल होते हैं। विशेष रूप से, इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की ही बात करे, क्रिकेट की दुनिया में सबसे ज्यादा पैसा जहा खर्च किया जाता। अभी हालही मे, RPSG Group ने पूरे सात हजार करोड़ से भी ज्यादा पैसा देके एक आईपीएल टीम खरीदा।
लेकिन क्रिकेट में हमने ये भी देखा ही कि कई खिलाड़ी गरीब परिवार से क्रिकेट में आते हैं और कड़ी मेहनत और डेडीकेशन के साथ करोड़पति बन जाते हैं।
हालांकि, कुछ दुर्लभ मामलों में ऐसा देखा गया है कि क्रिकेट की दुनिया में आने से पहले कुछ क्रिकेटर बहुत अमीर थे। इस लेख में, हमने उन 5 खिलाड़ियों पर नज़र डाली है जिन्होंने एक समृद्ध पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ क्रिकेट में प्रवेश किया। लेकिन ये भी बतादे की सभी ने आज तक क्रिकेट में जितना भी नाम कमाया हे, सिर्फ अपने परफॉर्मेंस के ताहिद कमाया हे।
आर्यमन बिरला
24 वर्षीय आर्यमन बिरला, कुमार मंगलम बिरला के बेटे हैं, जो एक अरबपति उद्योगपति हैं, और आदित्य बिरला ग्रुप के चेयरमैन हैं। कई फैन विराट कोहली, धोनी और सचिन तेंदुलकर के साथ आर्यनमन बिरला को क्रिकेट की दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ियों में शामिल करते हैं।
आर्यमन बिरला ने 2017-18 रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण किया। उन्हें आईपीएल 2018 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा था, लेकिन फिलहाल वो मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के कारण क्रिकेट से विश्राम ले रहे हे।
विजय मर्चेंट
विजय सिंह माधवजी मर्चेंट एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने समृद्ध पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ क्रिकेट में प्रवेश किया। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज और मीडियम पेस गेंदबाज थे।
विजय मर्चेंट ने 150 से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेले और 13470 से अधिक रन बनाए। विजय का बल्लेबाजी औसत 71.64 था जो क्रिकेट के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा प्रथम श्रेणी क्रिकेट का औसत है।
मुथैया मुरलीधरन
मुरलीधरन निस्संदेह सर्वकालिक महान स्पिनर हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी सफलता को आज भी याद किया जाता है।
बहुत से प्रशंसकों को यह नहीं पता है कि ये महान स्पिनर समृद्ध पारिवारिक पृष्ठभूमि से आते हैं। विशेष रूप से, मुरलीधरन के पिता सिन्नासामी मुथैया ने एक सफल बिस्किट बनाने का व्यवसाय चलाया, जिसके कारण मुरलीधरन ने क्रिकेट में प्रवेश करने से पहले एक शानदार जीवन व्यतीत किया।
वह टेस्ट क्रिकेट में 800 विकेट्स के साथ सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं, और कोई भी गेंदबाज उनके करीब भी नहीं है। इसके अलावा, उन्होंने 534 विकेट के साथ एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया है। आज तक उन्होंने 1300 से ज्यादा विकेट्स लिए सभी क्रिकेट के खेल, और अभी तक कोई उनके करीब तक नहीं पोहुच नही पाया हे।
नवाब मंसूर अली खान पटौदी
महान भारतीय कप्तान नवाब मंसूर ने एक अमीर खिलाड़ी के टैग के साथ क्रिकेट में प्रवेश किया, वह एक शाही परिवार से आते थे और खेल में प्रवेश करने से पहले उनके पास पर्याप्त से अधिक पैसा था। वह 1952 से 1971 तक पटौदी के नवाब थे।
उन्होंने 300 से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेले और 15000 से अधिक रन बनाए, उन्होंने भारत के लिए 46 मैच खेले और 2,793 रन बनाए।
सौरव गांगुली
पूर्व भारतीय कप्तान और वर्तमान बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली को अब तक के सबसे सफल क्रिकेटरों में से एक माना जाता है। गांगुली समृद्ध पारिवारिक पृष्ठभूमि के साथ क्रिकेट में आए, सौरव के पिता एक बहुत ही सफल व्यवसायी थे, उन्होंने कोलकाता में एक सफल पूर्वक प्रिंट व्यवसाय चलाया था।
सौरव गांगुली ने अपने करियर में एकदिवसीय, टेस्ट, फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए सहित 1000 से अधिक क्रिकेट मैच खेले हैं। विशेष रूप से, उन्हें एकदिवसीय क्रिकेट में एक बड़ी सफलता मिली क्योंकि उन्होंने 300 से अधिक मैच खेले और 11,000 से अधिक रन बनाए। लेकिन, सौरव गांगुली को सिर्फ उनके क्रिकेट के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि, सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट टीम को अपने कप्तानी के बदौलत बुरे वक्त से निकाला और आज भारतीय क्रिकेट जिस शिखर तक पोहुचा ही, उसका एक बड़ा श्रेय सौरव गांगुली को भी जाता हे। सौरव गांगुली भारत के सबसे बढ़िया कप्तानी में से एक हे।
