विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका से 2-1 से टेस्ट सीरीज हार जाने के बाद अपनी टेस्ट कप्तानी छोडने का निर्णय लिया था।
विराट कोहली 7 वर्षो तक भारतीय टीम के टेस्ट कप्तान रहे और भारत को टेस्ट की टॉप टीमों मे से एक बनाया। साथ ही कुछ समय पहले ही उन्होने ओडीआई और टी-20 की कप्तानी भी छोड़ दी थी। इस प्रकार उन्होने अपनी एक लम्बी और सफल कप्तानी पारी का अन्त किया।
टेस्ट कप्तानी छोडने के बाद विराट ने हाल ही मे एक इंटरव्यू दिया जिसमे उन्होने कप्तानी छोडने के पीछे उनके निर्णय पर खुल कर बात की। विराट ने डिजिट की ‘फायरसाइड चैट विद वीके’ मे हुए इंटरव्यू मे बताया की किस प्रकार टीम का लीडर बने रहने की आवश्यकता नही होती है। उन्होने यह बात पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का उदाहरण देते हुए समझाई।
विराट ने इंटरव्यू के समय कहा की “आपको टीम का लीडर होने के लिये यह जरुरी नहींं होता की आप टीम मे कप्तान हो। आप बिना कप्तान रहे भी टीम की लीडरशिप कर सकते हो। जीतना और हारना हमारे हाथ मे नही है हमे बस अपना बेस्ट देने का प्रयास करना है और बेहतर बनना है।”
"You don't need to be a Captain to be a Leader, it's as simple as that. When MS Dhoni was in the team, it doesn't mean he wasn't leader and he was the guy we were constantly have the inputs." – Virat Kohli (To Fireside chat)
— CricketMAN2 (@man4_cricket) January 31, 2022
विराट ने यह बात धोनी का उदाहरण देते हुए बतायी की किस प्रकार कप्तानी छोड देने के बाद भी वह टीम को अच्छे से लीड करते थे।
विराट ने इस इंटरव्यू के दौरान आगे कहा की “मेरे हिसाब से आपको पहले ये सोचना चाहिये की आप टीम मे किस लक्ष्य को प्रप्त करने के लिये खेल रहे हो और आपने वह कितना प्राप्त कर लिया है। हर चीज का एक निश्चित समय और पिरिड होता है और मेरे हिसाब से मेने कप्तान के रूप मे पर्याप्त क्रिकेट खेल चुका हूँ। अब मे एक बल्लेबाज़ के रूप मे अपना बेस्ट अपनी टीम को देकर गर्व महसूस करना चाहता हूँ।”
