आईपीएल आए दिनों किसी न किसी कारन से चर्चा का बिषय बना हुआ रहता हैं। इसी को लेकर श्रीलंका के पूर्ब कोच मिकी आर्थर आपनी थ्योरी लेकर आये हैं। उन्होंने इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड से कहा हैं की वो अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में भाग लेने से रोके ताकि इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट मजबूत हो पाए। बुधबार को टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में कहा की इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में साधारण पर्दर्शन का कारन आईपीएल ही हैं।
वो हाल में ही इंग्लैंड काउंटी क्लब देर्ब्य्शिरे के साथ हेड ऑफ़ क्रिकेट के रूप में जुड़े हैं। वो पिछले साल ही श्रीलंका के कोच के पद से हटे थे। उन्होंने कहा की काउंटी क्रिकेट को इसके लिए दोष नही देना चाहिए।
इंग्लैंड टीम को बहुत आलोचना का सामना करना परा था जब वो बुरी तरीके से एशेज 4-0 से हार गए थे। वो ऑस्ट्रेलिया के सामने बहुत ही कमजोर नज़र आरहे थे। उनका मानना हैं की तकलीफ इंग्लैंड की बैटिंग में ही हैं क्युकी वो वो रन्स ही न बना पा रहे हैं जो उनके गेंदबाजों को मौका दे। वो कहते हैं की इंग्लैंड की काउंटी ने अच्छा काम किया हैं क्रिकेट के स्तर को बढ़ने में और वर्ल्ड क्लास प्लेयर्स दिए हैं।
एशेज की हार के ही कारन इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने कोच च्रिस सिल्वेर्वूद, बैटिंग कोच ग्राहम थ्रोपे और डायरेक्टर आश्ले गिल्स को निकल दिया था। हलाकि इंग्लैंड की सफ़ेद गेंद की टीम अभी दुनिया की सबसे खतरनाक टीमो में शमिल हैं। 2015 के वर्ल्ड कप में खराब पर्दार्सन के बाद उन्होंने अपना खेलने का तरीका ही बदल दिया और अगले वर्ल्ड कप को अपने देशवासियों के सामने 2019 में बिजेता बने और उसके बाद भी वाइट बल क्रिकेट में अपना बर्चास्ब बनाये हुए हैं।
उन्होंने अपने स्टेटमेंट कहा, “अगर आप इंग्लैंड टेस्ट को सीजन के शुरवात में मजबूत करना चाहते हैं तो, दुर्भाग्यबस आपको अपने खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने जाने से रोकना होगा।”
