भारतीय क्रिकेट टीम दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में गिना जाता हे क्रिकेट के मामले में। कई नामी खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेल चुके हे, जैसे की गॉड ऑफ क्रिकेट माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर।
भारतीय क्रिकेट टीम का इस सफलता का एक बोहोत बड़ा कारण हे भारतीय क्रिकेट बोर्ड का युवक खिलाड़ियों को कम उम्र से काफी अच्छी ट्रेनिंग दी जाती ही।
भारत क्रिकेट टीम 4 बार अंडर 19 वर्ल्ड कप जीत चुकी ही साल 2000, 2008, 2012, 2018 में। लेकिन भारत ने सिर्फ ट्रॉफी ही नही जीता हे, बल्कि कई खिलाड़ियों को जन्म दिया हे, जैसे की विराट कोहली, रोहित शर्मा।
वेस तो काफी लोग जानते होंगे की विराट कोहली के कप्तानी में भारत ने 2008 में अंडर 19 वर्ल्ड कप जीता था। लेकिन क्या आपको पता हे की 2006 में, जब रोहित शर्मा अंडर 19 टीम के खेल रहे थे, तब भारत 2006 वर्ल्ड कप के फाइनल तक गई थी, जहा पाकिस्तान के खिलाफ भारत को हार मिला। आईए देखते ही कुछ ऐसे प्लेयर्स के नाम जो रोहित शर्मा के साथ उस में रोहित शर्मा के साथी खिलाड़ी थे।
चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा भारत के अबतक के कुछ बढ़िया टेस्ट खिलाड़ियों के गिने जाते ही। लेकिन पहले पुजारा भारत केलिए हार एक फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करते थे। बात करे अगर 2006 विश्व कप की, पुजारा ने छह मैचों में 349 रन के साथ सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे।
वह टीम इंडिया के फाइनल में पहुंचने के मुख्य कारणों में से एक थे। लेकिन फिलहाल पुजारा को भारतीय टीम के सीमित ओवरों के मैचेस में नहीं चुन जाता।
इशांत शर्मा
ईशांत शर्मा भी 2006 में अंडर 19 विश्व कप में खेलने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे। लेकिन उनके लिए वो टूर्नामेंट कुछ खास नही था। हालाँकि, तब से लेकर अबतक, इशांत शर्मा भारतीय क्रिकेट टीम का एक मेहतपूर्णा खिलाड़ी हे। इशांत शर्मा टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे नामो में से हे।
रविन्द्र जडेजा
रवींद्र जडेजा, जिन्हें सायाद लोग 2008 U19 विश्व कप के लिए जानते ही, लेकिन आप सबको बता दे कि जडेजा ने उससे पहले के संस्करण में भी खेले था। जहां 2008 में वे विराट के टीममेट थे वहीं 2006 में उन्होंने रोहित शर्मा के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर किया था।
बेशक, जैसा कि हम सभी जानते हैं, वह अब विराट और रोहित दोनों के साथ खेलते हे। 2006 के वर्ल्ड कप में जडेजा की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी। उन्होंने फाइनल में तीन विकेट लिए और भारत को पाकिस्तान को कम स्कोर तक सीमित रखने में मदद की।
पीयूष चावला
पीयूष चावला ने छोटी सी उम्र में ही अपना टैलेंट दिखाया था। उन्हें अनिल कुंबले के लिए दीर्घकालिक रिप्लेसमेंट माना जाता था। हालांकि उन्होंने अच्छी शुरुआत की, लेकिन पीयूष की फॉर्म ज्यादा देर तक नहीं टिकी।
फिर भी पीयूष चावला का करियर काफी संपूर्ण रहा है। उन्होंने एक से अधिक विश्व कप जीता हे भारत के लिए। एक ऐसा कारनामा जो अब तक बहुत कम लोगों ने हासिल किया है।
टूर्नामेंट में पीयूष अच्छे फॉर्म में थे। उन्होंने छह मैचों में 13 विकेट्स के साथ भारत के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
शाहबाज नदीम
हालांकि शाहबाज नदीम ने हाल ही में भारतीय टीम में पदार्पण किया है, लेकिन वह वास्तव में बहुत लंबे समय से इस भारतीय टीम में खेलने के दौड़ में थे। वह U19 स्तर पर रोहित शर्मा और अन्य के साथ टीम के साथी थे।
टूर्नामेंट में, हालांकि, नदीम को शायद ही अपना कौशल दिखाने का मौका मिला। इसका एक प्रमुख कारण रवींद्र जडेजा की उपस्थिति भी थी।
