आईपीएल 2022 के आयोजन मे अब एक महिने से भी कम समय बचा है। इस बार 2 नई टीमों के शामिल हो जाने से यह लीग और भी रोमांचक हो गयी है। इस बार आईपीएल मे टीमों को 2 ग्रुप मे विभाजित कर दिया गया है। इस बार आईपीएल के कुल 70 मुक़ाबले खेले जायेंगे और देश विदेश के बहुत से खिलाडी हिस्सा लेंगे।
आईपीएल 2022 के फॉर्मट में बदलाव और दो नई टीमों के शामिल होने के बाद बहुत से पुर्व क्रिकेटरस और क्रिकेट एक्सपर्ट बड़े बयान दे कर यह कह रहे है की आईपीएल की वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट के मैचो पर असर पड़ रहा है। इस विषय पर इंग्लैंड के पत्रकार लॉरेंस बूथ ने ट्वीट किया था कि आईपीएल में साल का एक हिस्सा चला जाता है। इस ट्वीट के बारे मे जिक्र करते हुए अश्विन ने इस मुद्दे पर खुल कर अपना मत रखा।
अश्विन ने कहा की आईपीएल को कई सालों से लोग आलोचना कर रहे है। “अचानक कुछ पूर्व क्रिकेटर बिना किसी वजह के आईपीएल के बारे मे बुरा कहने लगते हैं। अगर हम 2008 और 2010 की स्थिति को देखे तो उस समय केवल 20 से 25 खिलाडी ही भारतीय टीम की तरफ से खेलने के लिए मौजूद रहते थे। उन 10 साल के अंतराल में केवल 15 से 25 खिलाडियो को ही खेलने का मौका मिलता था। अब आईपीएल की वजह से हर साल लगभग 70 से 80 भारतीय खिलाडियों को अपना हुनर दिखाने का मौका मिलता है।”
अश्वीन ने आगे कहा की ” इस आईपीएल के समय के कारण, एक अवसर हो सकता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के अन्य आयोजनों के प्रारूपों को छोटा किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, जब फुटबॉल में ईपीएल हो रहा है तो उस समय इटली, स्पेन आदि में एक साथ लीग हो रही होगी और उनके पास एक चैंपियन लीग का भी ओप्सन होगा। साथ ही चार साल मे एक बार, उनके पास फीफा विश्व कप का भी विकल्प है।”
इस को क्रिकेट के नजरिये से समझाते हुए अश्विन ने बतया की क्रिकेट मे वर्ल्ड कप के साथ विश्व टेस्ट चैम्पियंशिप और टी-20 विश्वकप के आयोजन चलते रहते है। साथ ही इनके दौरान हमे आईपीएल, पीएसल, टी-10 लीग, बिग बेश लीग इत्यादी होते रहते है। ऐसे मे आईपीएल को इसके लिये जिम्मेदार ठहराना उचित नही। इंग्लैंड मे भी हंड्रेड बॉल क्रिकेट और टी-20 ब्लास्ट जैसे आयोजन होते है।
इंग्लैंड क्रिकेटरों के यह बयान एशेज सीरीज मे ऑस्ट्रेलिया द्वारा इंग्लैंड को 4-0 से हराने के बाद आने लगे।
