इस साल के आईपीएल की शुरुआत हो चुकी है और इस बार कई बदलाव भी हमें देखने को मिल रहे चाहे वो नियमों में हों, खिलाड़ियों में हों, टीमों की संख्या में हों या कप्तानी में हों। इस बार काफी कुछ बदला है।
पिछले साल की विजेता टीम सीएसके को इस साल रवीन्द्र जडेजा के रूप में नया कप्तान मिला और 2008 से अपनी कप्तानी में सीएसके को शीर्ष पर ले जाने वाले एमएस धोनी ने फैसला लिया कि अब वह बस एक खिलाड़ी के रूप में ही टीम में अपना योगदान देंगे।
गुरुवार को एलएसजी – लखनऊ सुपर जायंट्स और सीएसके के बीच हो रहे मैच में जब 210 रन बना कर सीएसके अपने स्कोर को डिफेंड करने उतरी तब ऐसा लग रहा था जैसे रविन्द्र जडेजा केवल नाम मात्र के कप्तान हैं और असली कप्तानी धोनी ही कर रहे हों। कैमरा वालों ने भी अपना काफी ध्यान कप्तान जडेजा की जगह धोनी पर दे रखा था जिस पर पूर्व क्रिकेटर पार्थिव पटेल ने कहा कि “अगर आप रविन्द्र जडेजा को सफल कप्तान बनते देखना चाहते हैं तो आपको उन्हें आज़ादी देनी होगी और उन्हें अपने फैसले भी खुद लेने होंगे। हो सकता है वह गलती करें पर तभी तो वह सीखेंगे।”
पार्थिव ने यह भी कहा कि केवल कप्तान का तमगा देना ही काफी नहीं होता आपको उन्हें कप्तान बनने का मौका भी देना होगा। जब खेल के दौरान टीम किसी नाजुक स्तिथि पर होती है और उस वक़्त अगर धोनी निर्णय लेते हैं तथा कप्तान की मदद करते हैं तो वह समझ में आता है पर आप हमेशा ऐसा नहीं कर सकते अगर आप जडेजा को एक बेहतर कप्तान बनते देखना चाहते हों तो।
बता दें कि गुरूवार को हुए इस मैच का परिणाम सीएसके के लिए निराशाजनक रहा और आईपीएल के इतिहास में पहली बार सीएसके शुरुआत के अपने दोनों मैच हार कर अंक तालिका में आठवे स्थान पर है।
210 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा करने के बावजूद सीएसके मैच को बचा नहीं पायी और लख़नऊ की टीम 6 विकेट से जीत दर्ज करने में कामयाब रही।
इविन लुईस रहे मैन ऑफ द मैच।
239 की स्ट्राईक रेट से मात्र 23 गेंदों में 55 रन बना कर इविन लुईस ने अपने टीम को शानदार जीत दिलाई जो कि एक समय थोड़ी मुश्किल नजर आ रही थी। अभी आईपीएल शुरू ही हुआ है और हमें अभी से ही मैचों में रोमांच देखने को मिलने शुरू हो चुके हैं, इस साल का आईपीएल और मजेदार होने वाला है।
