भारतीय क्रिकेट टीम और खिलाड़ी हर दिन क्रिकेट मे नए नए मुकाम हासिल कर रहे हैं और इस समय क्रिकेट के जगत में भारत सबसे बड़ी टीमो से एक हैं। इंडिया में ही दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिकेट लीग आईपीएल खेली जाती हैं जिसकी शुरूवात 2008 में हुई थी।
भारतिय क्रिकेट टीम के इतने अच्छे प्रदर्शन के बहुत से कारण हैं और जहाँ बीसीसीआई लगातार इसे और बेहतर बनाने का प्रयास कर रही हैं। बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट को इतना पुष्ट कर दिया हैं कि हमे वहा से जबरदस्त खिलाड़ी मिलते है और आईपीएल के कारण तो बहुत से युवाओ को अपना टैलेंट दिखाने का अच्छा मौका मिलता हैं क्योंकि उन्हे इस लीग मे बिल्कुल इंटरनेशनल क्रिकेट जैसा माहौल मिलता हैं।
इन सब चीज के उपर भी टीम के कोच और कप्तान को अहम भूमिका निभानी पड़ती हैं कि वो कैसे टीम को चलाते हैं। अकसर कोच और कप्तान मे काफी अच्छे संबंध होते हैं मगर कुछ साल पहले जब टीम के कोच अनिल कुंबले थे तब उस समय के कप्तान विराट कोहली और उनके बीच कुछ विवाद होगया था।
विनोद राय ने इसी चीज के बारे में अपने किताब नॉट जस्ट अ नाइट वॉचमन मे विस्तार से लिखा हैं। उन्हे सुप्रीम कोर्ट के द्वारा गठित कमिटी का हेड बनाया गया था जो 2013 मे हुए मैच फिक्सिंग के बारे में पता लगाने के लिए थी। उसी किताब में उन्होंने लिखा हैं की उनकी कप्तान और टीम से बात चित मे पता चला की कुंबले बहुत ही ज्यादा अनुशासन पालन करने बाले कोच थे और टीम मेंबर इसी कारण खुश नहीं रहते थे।
उन्होंने कहा की विराट कोहली ने उन्हे बताया की जिस तरीके से वो टीम के साथ काम करते थे उस से युवा खिलाड़ियों को ऐसा लगता था की उन्हे डराया जा रहा हैं। उन्होंने अपने किताब में कुंबले का भी पक्ष लिखा कि कुंबले को लगता हैं उन्हे इस मामले मे गलत समझा गया और टीम और खिलाड़ियों की बातो को ज्यादा महत्व दी गयी।
