आईपीएल दुनिया का सर्वश्रेष्ठ टी-20 लीग ऐसे ही नहीं कहा जाता है। जब आपको लगता है कि यह टीम मैच आराम से जीतने जा रही तभी दूसरी टीम का कोई नायक आंधी सा आता है और एक सनकी योद्धा की तरह मैच को छीन कर ले जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ शुक्रवार को पंजाब और गुजरात के बीच चल रहे टाटा आईपीएल के सोलहवें मैच में जब पंजाब की टीम ने गुज़रात टाइटन्स को 190 रनों का पहाड़ जैसा लक्ष्य दिया जिसमें लिविंगस्टन के 27 गेंदों में 64 रनों का महत्वपूर्ण योगदान था।
चेस करने उतरी गुजरात की टीम की ओर से ओपनर शुबनम गिल ने मात्र 59 गेंदों में 96 रनों की बेहतरीन पारी खेली जिसमें 11 चौके और 1 छक्का शामिल था, उनके बाद खेलने आए बाकि बल्लेबाजों जैसे साईं शुदर्शन एवं कप्तान हार्दिक पांड्या ने 35 और 27 रनों का योगदान दिया।
आखिरी ओवर में गुजरात को जीत के लिए 19 रनों की जरुरत थी और ओवर के शुरू होते ही हार्दिक पांड्या ने जॉनी बेयरस्टो को रन आउट कर दिया। उसके बाद बल्लबाजी करने आते हैं राहुल तेवतिया जो पहले राजस्थान की टीम के लिए चमत्कारी कारनामे किया करते थे। आखिरी दो गेंदों पर गुजरात को जीतने के लिए 12 रनों की जरुरत थी जो कि थोड़ा मुश्किल सा लग रहा था पर राहुल तेवतिया के लिए वो बिल्कुल आसान था। वो आए, दोनों गेंदों को छक्के में तब्दील किया और इस मैच के हीरो बन गए।
उनके इस कारनामे के बाद दिग्गज़ भारतीय क्रिकेटर रह चुके सुनील गावस्कर ने तेवतिया की तारीफ़ करते हुए कहा कि “राहुल तेवतिया को ‘आइसमैन’ कहा जाना चाहिए, यह कारनामा केवल वही कर सकते थे”। ऐसी स्तिथि में अगर उनकी जगह कोई और खिलाड़ी होता तो वह बहुत ज्यादा दवाब में रहता क्योंकि लगातार आखिरी दो गेंदों में छक्का मार कर टीम को जीत दिलाना सबके बस की बात नहीं।
