रणजी ट्रॉफी में खेले जा रहे पहले क्वार्टर फाईनल मैच में पश्चिम बंगाल और झारखण्ड की टीम एक दूसरे से भिड़ती हुई नजर आई। वैसे तो इस मैच का नतीजा ड्रॉ में निकला लेकिन इसके अलावा इस मैच में कई और विशेष रिकॉर्ड्स बने और टूटे भी।
इस मैच में पश्चिम बंगाल के खेल मंत्री मनोज तिवारी ने एक शानदार शतक जड़ कर एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। इस 136 रनों की विशेष पारी की वजह से मनोज तिवारी अब राजनीती में रहते हुए रणजी ट्रॉफी में शतक लगाने वाले इतिहास के पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
पश्चिम बंगाल की टीम ने पहली पारी में ही बल्लेबाज़ी करते हुए 773 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था। इस पारी में भी एक कीर्तिमान बना और वो यह था कि पहली बार फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 9 खिलाड़ियों ने एक ही पारी में एक साथ अर्धशतक लगाए हों।
जिसके बाद झारखण्ड की टीम 298 रनों पर ऑल आउट हो गयी। दोबारा बल्लेबाज़ी करने आई पश्चिम बंगाल की टीम ने फिर मनोज तिवारी की शतक के बदौलत 318 रन बनाए जिसके बाद मैच को ड्रॉ घोषित कर दिया गया।
अब पश्चिम बंगाल का अगला मुकाबला मध्य प्रदेश के साथ है जो कि रणजी ट्रॉफी का पहला सेमीफाइनल मैच होगा और इसका प्रसारण मंगलवार 14 जून को किया जाने वाला है। वहीं दूसरे सेमीफाइनल मैच में मुम्बई और उत्तर प्रदेश की टीम एक दूसरे से टकराएंगी जबकि रणजी ट्रॉफी का फाईनल मैच 22 जून को खेला जाएगा।