जिम्बाब्वे की टीम वैसे तो बहुत ज्यादा मजबूत टीम नहीं मानी जाती है लेकिन इस टीम में वह काबिलियत जरुर है कि कभी कभार किसी भी विपक्षी टीम को चुनौती भी दे सकती है और उन्हें हरा भी सकती है।
एक बात अक्सर नजर आती है कि जब भी कोई मजबूत टीम जिम्बाब्वे से सीरीज खेलने जाती है तो वह अपना ‘बी’ टीम ही भेजती है। जिसमें कई नए खिलाड़ियों को मौका भी दिया जाता है।
आज हम कुछ ऐसे ही भारतीय खिलाड़ियों पर नजर डालने जा रहे हैं जिन्होंने कभी जिम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू किया था पर उसके बाद कभी दोबारा उस फॉर्मेट में खेल नहीं पाए।
- फ़ैज फजल
2016 में जब भारतीय टीम जिम्बाब्वे के दौरे पर गयी थी तो इस युवा बाएं हाथ के बल्लेबाज़ को प्लेईंग 11 में शामिल होने का मौका मिला था। अपने उस मैच में इस बल्लेबाज ने 55 रन बनाए थे लेकिन दोबारा फिर कभी उन्हें एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने का मौका नहीं मिला। - मंदीप सिंह
इस सलामी बल्लेबाज को जिम्बाब्वे के खिलाफ 3 टी20 मैचों में मौका दिया गया था। इन्होंने कुल 87 रन इन मैचों में बनाए थे। जिसके बाद इन्हें टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने का मौका फिर कभी नहीं मिला। - पंकज सिंह
2010 में भारतीय टीम एक ट्राई सीरीज के लिए इस देश के दौरे पर गयी थी जहां इस तेज गेंदबाज का एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में डेब्यू हुआ था। यह बस एक ही मैच खेल सके और फिर कभी इन्हें इस फॉर्मेट में नहीं देखा गया। - नमन ओझा
2010 के ही ट्राई सीरीज में इस विकेटकीपर बल्लेबाज का एकदिवसीय फॉर्मेट में डेब्यू हुआ था। पहले मैच के बाद ही इन्हें ड्राप कर दिया गया और वह मैच उनके करियर का आखिरी एकदिवसीय मैच भी साबित हुआ।
