हॉन्ग कॉन्ग की क्रिकेट टीम द्वारा कल हुए भारत के खिलाफ मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला। एशिया कप क्वालीफायर में जीतकर आने वाली इस टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको थोड़ा हैरान किया है। लेकिन जिस मुकाम तक यह टीम अभी पहुंची है उसके लिए इस देश के खिलाड़ियों ने कड़े बलिदान और इम्तिहान दिए है।
हॉन्ग कॉन्ग की टीम के हेड कोच ट्रेंट जॉन्सटन जो की आयरलैंड के पूर्व खिलाड़ी है ने हाल ही में उनकी टीम के खिलाड़ियों द्वारा उठाई जा रही समस्याओं के बारे में बताया। पीछले दो सालो से इन खिलाड़ियों के द्वारा क्रिकेट खेलने के अवसर नही मिल पाने के कारण अपनी जीविका के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा है।
उन्होंने कहा की “लॉकडाउन के कारण हमने पीछले एक साल से कोई ट्रेनिंग नही की थी। सभी खिलाड़ी घर से ही वीडियो कॉल द्वारा ही स्ट्रेंथ सेशन लगा रहे थे। उन्होंने खेल के प्रति जो समर्पण दिखाया वह शानदार है। उन्होंने कभी भी इसके बारे में कोई शिकायत नहीं की और स्थिति के अनुसार चलते गए।”
उन्होंने आगे बताया की किस प्रकार खिलाड़ियों को क्रिकेट के अलावा पैसे कमाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा की “3 से 4 खिलाड़ी प्राइवेट क्रिकेट कोचिंग दे रहे है तो बहुत से खिलाड़ी फूड डिलीवरी बॉय का कार्य कर रहे हैं। टीम के वाइस कप्तान किंचित शाह आभूषणों का बिजनेस कर रहे है।”
इसके अलावा बहुत से युवा गेंदबाज अभी यूनिवर्सिटी में हैं तो बहुत से खिलाड़ी अपना खुदका बिजनेस चला रहे है। इन परेशानियों के बावजूद भी वह अपने देश में लिए क्रिकेट खेल रहे है। यह टीम पीछले कई महीनो से अपने घर नही गई है यह तक की बाबर हेयत, एहसान खान और यासीन मुर्तजा के बच्चा पैदा होने के बावजूद भी वह सिर्फ उसे वीडियो कॉल पर ही देख पाए।