महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के काफी अहम खिलाड़ी थे जिन्होंने कई सालो तक लगातार भारतीय टीम मे वीकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेला है और 2007 से टीम की कमान भी अपने हाथ मे ली थी। उन्होंने अनेको रोमांचक मैच मे भारत को जिताया है और फैन्स को खुश होने का मौका दिया है।
उन्होंने कप्तानी करते हुए भी सबका दिल जीतना नहीं छोड़ा और उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान माना जाता है। उन्होंने भारत को 3 आईसीसी ट्रॉफी जितायी जिसमे एक वर्ल्ड कप, एक टी20 वर्ल्ड कप और एक चैम्पियंस ट्रॉफी थी। वो तीनो ट्रॉफी जितने बाले पहले और एक मात्र कप्तान है।
हालांकि सब खिलाड़ी का एक अंतिम समय आता है और उसे क्रिकेट की दुनिया को छोड़ कर जाना होता हैं और इसी कारण कुछ समय पहले से ही धोनी की रिप्लेसमेंट तलाश होने लगी थी और उस समय जो सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण नाम उभर कर आया था वो था ऋषभ पंत का जो बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज है।
उन्होंने दिल्ली की तरफ से आईपीएल और घरेलू क्रिकेट खेलते हुए सबको काफी इम्प्रेस किया जो आते ही लंबे लंबे छक्के लगाने लगते थे और तेज़ पारी खेल कर किसी भी गेम का रुख बदल देते थे। इन्ही कारणो के वजह से उनमे धोनी की झलखिया देखी गई। ऋषभ पंत अब टीम इंडिया के पहले विकेटकीपर भी बन गए है कर हर फॉर्मेट मे खेलते भी है।
उन्होंने भी ऐसे कई प्रदर्शन करे है जिस से उन्होंने अपनी टीम को खुद के दम पर मैच जीता दिया हो। गाबा मे उनकी 89 रनो की पारी को भी भारतीय फैन कभी भी नही भूल पाएगा, जैसे मुश्किल परिस्थितियों में पंत वहा खड़े रहे अपनी विकेट के साथ साथ भारतीय पारी को भी संभाला और अंत मे जाकर तेज गति से खेल कर टीम इंडिया को मैच भी जिताया जहाँ पर ऑस्ट्रेलिया पिछले 28 सालो से नहीं हारी थी और वो भी तब जब भारत के आधे प्रमुख खिलाड़ी चोटिल थे।
इस सफर के दौरान पंत का फॉर्म ऊपर नीचे हुआ और एक बार तो वो टीम से बाहर भी होगए थे मगर उन्होंने कमाल की वापसी करी और वो अब दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान है और साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने जा रही टी20 सीरीज में उन्हें उपकप्तान भी बनाया गया है।
हालांकि अभी भी उनकी तुलना धोनी से होती है और इसी पर भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और अभी बीसीसीआई के प्रेसिडेंट सौरव गांगुली ने कहा कि पंत की तुलना धोनी से मत कीजए, धोनी के पास बहुत तजुर्बा है क्यूंकि उन्होंने आईपीएल, ओडीआई और टेस्ट क्रिकेट मिलाकर 500 से ज्यादा मैचो में उन्होंने कप्तानी करी है और उनसे पंत की तुलना करना बिल्कुल गलत होगा।
