श्रीलंका की टीम ने सबको चौकाते हुए कमाल का प्रदर्शन करके अब इस साल का एशिया कप जीत लिया जहाँ इस चीज की उम्मीद किसी ने भी नही लगाई थी। टूर्नामेंट के शुरुआत से पहले उन्हें 5वा दावेदार माना जा रहा था जबकि वही इस टूर्नामेंट के होस्ट थे।
उनके टूर्नामेंट की शुरआत भी कुछ इसी प्रकार की हुई जहाँ पहले मैच मे उनको अफगानिस्तान के खिलाफ एक बड़े ही एक तर्फे मुकाबले में 8 विकटो से एक करारी हार का सामना करना पड़ा था लेकिन इसके बाद टीम ने कमाल की वापसी की और ग्रुप स्टेज का अंतिम मुकाबला कमाल के तरीके से अपने नाम कर लिया।
इसके बाद वो सुपर 4 के लिए क्वालीफाई हो गए लेकिन अभी भी उनकी दावेदारी को प्रबल नही माना जा रहा था लेकिन सुपर 4 के पहले ही मुकाबले में उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान को हरा कर एक बड़ा स्टेटमेंट दे दिया था। इसके बाद अगले एक और रोमांचक मुकाबले में उन्होंने इंडिया को भी हरा दिया।
इंडिया के बाहर होने के बाद पाकिस्तान और श्रीलंका के फाइनल तय हो गया
था और फाइनल से पहले सुपर 4 के अंतिम मुकाबले में उनका सामना एक बार पहले ही होगया जिसमे श्रीलंका ने अपनी लगातार चौथी जीत दर्ज करली और 5 विकेट से पाकिस्तान को हरा दिया।
आज फाइनल में बाबर आज़म ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया था क्यूंकि दुबई के मैदान ओर चेज़ करना काफी आसान होता है। बाबर का निर्णय सही भी साबित होगया जहाँ श्रीलंका की शुरआत बिल्कुल भी अच्छी नही थी और वो वक समय और 53/6 थे। इसके बाद भानुका राजपक्षा ने पारी को संभाला और उनके ही अर्धशतक के बदौलत टीम 170 के स्कोर तक पहुँच पाई।
इस पिच ओर ये स्कोर कुछ खास नही था लेकिन एक बार और बाबर आज़म आज जल्दी आउट होगए लेकिन उसके बाद इफ्तिकार के साथ रिज़वान की साझेदारी हुई जोकि 71 रनो की थी लेकिन इफ्तिकार के आउट होने के बाद पारी लड़खड़ा गयी और 19 रन पर ही 5 विकेट खो दिए।
इसी कारण श्रीलंका इस मैच को 23 रनो से जीतने में सफल रही। मैच के बाद दासुन शनाका नव उनके प्लानिंग के बारे में बयान दिया और कहा कि वो टॉस हारने के बाद भी उन्हें विश्वास था कि वो मैच जीत सकते है और वो चेन्नई सुपर किंग्स का उधारण दे रहे थे कि उन्होंने भी टारगेट बचाते हुए ही इसी मैदान पर आईपीएल के फाइनल जीता था और लोग भी यही सोच रहे थे।