जिस प्रकार खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग सम्मानजनक पुरस्कार की व्यवस्था है ठीक उसी प्रकार भारत सरकार काबिल कोचों को भी समय-समय पर उनके योगदान के लिए सम्मानित करती ही रहती है। द्रोणाचार्य अवार्ड एक ऐसा ही सम्मान है जिसका वितरण हाल ही में हुआ।
रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों पर मेहनत कर उन्हें काबिल बनाने वाले कोच दिनेश लाड को भी द्रोणाचार्य अवार्ड से इस बार सम्मानित किया गया जहाँ देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने उन्हें यह सम्मानजनक पुरस्कार अपने हाथों से दिया।
इस अवार्ड को पाने के बाद कोच दिनेश ने कहा है कि “इस अवार्ड को पाकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। अगर रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं करते तो मुझे यह अवार्ड कभी नहीं मिलता। मुझे ऐसा लगता है कि उन दोनों की ही वजह से मुझे यह पुरस्कार मिला है”।
द्रोणाचार्य अवार्ड पाने के बाद दिनेश लाड ने यह भी बताया कि रोहित शर्मा और शार्दुल ठाकुर दोनों ने इस अवार्ड के लिए उन्हें बधाई दी है। इन दोनों ने ही इस अवार्ड के लिए सरकार को दिनेश लाड का नाम सुझाया था। उन्हें ख़ुशी है कि उनके विद्यार्थी आज अच्छे खिलाड़ी में तब्दील होकर उन्हें गर्वान्वित कर रहे।
किसी भी गुरु के लिए यह काफी खुशी की बात होती है जब उनका सिखाया हुआ शिष्य आगे जाकर पूरे देश के लिए न सिर्फ अच्छा खेले बल्कि लगातार मेहनत करते हुए पूरे विश्व में अपनी काबिलियत के लिए जाना जाए, वैसे ही एक खिलाड़ी के लिए भी यह गर्व की बात होती है जब उनके गुरु को ऐसा प्रतिष्ठित सम्मान मिले।
