क्रिकेट दुनिया के प्रसिद्ध खेलो मे से एक हैं और हर दिन ये खेल और प्रसिद्ध होता जा रहा हैं और बहुत से देश अब इस खेल को खेलना शुरू कर दिए हैं। भारत मे तो ये खेल सबसे ज्यादा खेला जाता हैं और हमारे देश मे इस खेल को एक धर्म के तौर पर माना जाता हैं। बहुत से बच्चे इस खेल मे अपना करीयर भी बनाना चाहते हैं।
भारतीय क्रिकेट समय के साथ साथ बहुत बेहतर हो गई हैं। क्रिकेट ने फैंस को खुश होने के बहुत से लम्हे दिए हैं जिसे फैंस कभी भी नहीं भूल पायेंगे। क्रिकेट को भारत मे प्रसिद्ध करने का काम कपिल देव ने किया था जब भारत ने 1983 मे पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीता था। इस वर्ल्ड कप के बाद भारत मे भी क्रिकेट के प्रति लगाब बड़ गया था और इसी कारण लोग क्रिकेट को पसंद करने लगे थे।
एक और लम्हा हैं जिसे कोई भी क्रिकेट प्रेमी कभी नहीं भूलेगा और वो लम्हा हैं जब भारत ने दूसरी बार वर्ल्ड कप जीता था और वो लम्हे अभी भी सबके दिमाग मे कैद होंगे क्योंकी 1983 का वर्ल्ड कप तो कोई देख नही पाया था मगर 2011 मे मुंबई मे भारत ने अपना दूसरा वर्ल्ड कप अपने घरेलू समर्थको के सामने अपने नाम किया था।
उस रात सभी फैंस और खिलाड़ियों मे अलग तरह की खुशी थी और उस समय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे जो फाइनल मे मैन ऑफ दी मैच भी बने थे क्योंकि उन्होंने मात्र 79 गेंदों मे 91 रनो की पारी खेली थी और छक्का मार कर भारत को मैच जिताया था। हम ये हमेशा सुनते हैं की धोनी ने वर्ल्ड कप जिताया था और बहुत से लोगो का यही मानना हैं मगर इस बात पर हमेशा बहस होते रहती हैं कि क्या ये बोलना सही हैं या नहीं।
Bhajji on 🔥🤣🤣🤣… But no hate for MS 👍 pic.twitter.com/4tXxc90lt6
— Arghya Dey (@91_arghya) April 11, 2022
बहुत से लोगो का मानना हैं की ये बोलना सही नहीं हैं क्योंकि धोनी ने अकेले टीम इंडिया को वर्ल्ड कप नहीं जिताया हैं और इसी चीज को लेकर 10 अप्रिल को हो रहे दिल्ली और कोलकाता के बीच मुकाबले से पहले प्री मैच शो मे हरभजन सिंह ने कहा की जब ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप जीतती हैं तो खबर आती हैं कि ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड कप जीती हैं मगर जब इंडिया वर्ल्ड कप जीतती हैं तो खबर आती हैं की धोनी ने वर्ल्ड कप जिताया हैं तो बाकी खिलाड़ी वहा लस्सी पीने गए थे क्या।
उन्होंने आगे कहा की सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया तभी टीम वहा तक पहुँची और ये एक टीम गेम हैं जिसमे सबको अच्छा खेल दिखाना होगा और 11 खिलाड़ियों मे से जब तक 7-8 खिलाड़ी अच्छा नहीं करेंगे तब तक टीम नहीं जीत सकती हैं। उनकी ये बोली हुई बात अब खूब वायरल हो रही हैं और लोग इस बारे मे काफी चर्चा कर रहे हैं और हरभजन की इसी कारण थोड़ी बहुत आलोचना भी हो रही हैं।