कल विश्वकप मैं पकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच चेन्नई के एम चिदंबरम स्टेडियम मैं खेले गए मैच रोमांचित मुकाबला देखने को मिला जिसमे पाकिस्तान को 1 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड कप के इस मैच के खत्म होने के साथ ही एक बार फिर पूर्व क्रिकेटरों की राई और आईसीसी की अंपायरिंग के बीच मतभेद देखने को मिला।
मैच खतम होने के बाद पूर्व भारतीय गेंदबाज हरभजन सिंह ने गलत अंपायरिंग और आईसीसी के नियम को ही कटगरे मैं खड़ा कर दिया और कही ना कही गलत अंपायरिंग को भी पाकिस्तान की हार का कारण बताया।
मैच के अंतिम और निर्णायक पल मैं अफ्रीका की अंतिम जोड़ी केशव महाराज और तबरीज शम्सी क्रीज पर थे।अपना अंतिम ओवर फेकने आए हरीश रऊफ की एक गेंद सीधे जाके शम्सी के पैड पर लगी जिसे अंपायर ने नॉट आऊट दिया जिसको बाद मैं पकिस्तान टीम द्वारा रिव्यू किए जाने पर अंपायर्स कॉल आया और इसी वजह से ये निर्णय अब विवाद का कारण बन गया।
वही दूसरी ओर हरभजन के इस बयान का जवाब देते हुए पूर्व अफ्रीकी क्रिकेटर ग्रेम स्मिथ ने भी इसी मैच मैं अफ्रीका की पारी की शुरुआत मैं रासी वेंडर दुस्से के अंपायर द्वारा आउट देने और डीआरएस मैं अंपायर्स कॉल आने वाले निर्णय को भी याद दिलाया।
हरभजन सिंह ने कहा की “खराब अंपायरिंग और खराब नियमों का खामियाजा पाकिस्तान को इस मैच में भुगतना पड़ा,आईसीसी को इस नियम को बदलना चाहिए.. अगर गेंद स्टंप पर लग रही है तो वह आउट है, चाहे अंपायर ने आउट दिया हो या नॉट आउट, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता.. अन्यथा तकनीक का क्या फायदा?? ?
अंपायर्स कॉल जैसे डिसीजन पर 2 खेमों मैं बटता नजर आ रहा खिलाड़ियों का नजरिया और आईसीसी के नियम मैं और अधिक पारदर्शिता की मांग अब आगे और क्या क्या विरोधाभास दिखाएगी ये देखना भी दिलचस्प होगा।