आईपीएल का 15व संस्करण 26 मार्च से चल रहा हैं जिसमे दुनिया भर के बड़े खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं और इसी कारण इसे दुनिया का सबसे बड़ा और कठीन लीग माना जाता हैं। इस बार ये और भी रोमांचक हो गया हैं क्योंकि बीसीसीआई ने इस साल से और 2 नई टीमो को इस लीग मे जोड़ दिया हैं।
आईपीएल के आधे मैच अब समाप्त हो गए हैं और कई टीमे अपने प्लेऑफ के मौके को मजबूत कर रही हैं वही कुछ ऐसी टीमे हैं जिनके लिए प्लेऑफ की राह कठीन हो गई हैं। दिल्ली कैपिटल्स के लिए ये सीजन उतार चढ़ाब से भरा हुआ रहा हैं।
उन्होंने अभी तक अपने 7 मैचो मे से बस 3 मैच ही जीत पाए हैं।
उनका 7वा मैच राजस्थान रॉयल्स जो गज़ब के फॉर्म मे हैं और इस मैच मे आने से पहले वो 6 मे से 4 मुकाबले जीते थे और उन्हे इस आईपीएल की सबसे मजबूत टीमो मे से एक माना जा रहा हैं। टॉस जीत कर दिल्ली ने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया और राजस्थान ने जवाब मे इस सीजन का सबसे बड़ा लक्ष्य उनके सामने रख दिया।
राजस्थान रॉयल्स के 223 के लक्ष्य का सामने करते हुए दिल्ली ने ठीक ठाक शुरूवात करी मगर कुछ समय बाद उनके विकेट गिर गए और ऐसा लगने लगा कि अब मैच उनके हाथ से फिसल गया हैं मगर फिर रोवमं पॉवेल ने एक छोटी लेकिन तेज पारी खेल कर दिल्ली को एक मौका दिया।
दिल्ली को अंतिम के 2 ओवरो मे 36 रन चाहिए थे और उस समय प्रसिद्ध कृष्णा ने कमाल का ओवर डाला और 19वे ओवर मे एक भी रन नहीं दिए जिसके कारण अंतिम ओवर मे 36 रन बनाने थे यानी की 6 बॉल मे 6 छक्के मरने थे और रोवमैन पॉवेल ने पहले 2 गेंद पर 2 छक्के मारे भी और तीसरी गेंद जब डाली तो उन्होंने उसको भी छक्का मार दिया मगर वो गेंद कमर के उपर थी लेकिन अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं दिया।
इसी चीज को लेकर दिल्ली के कप्तान पंत भरक गए और वो नो बॉल की मांग करने लगे और थिर्ड अंपायर से चेक कराने की माँग करने लगे और नहीं मिलने पर वो अपने खिलाड़ियो को वापिस बुलाने लगे जिसके कारण उनकी बहुत आलोचना हो रही हैं।
इसी चीज को लेकर केविन पीटरसन ने भी पंत पर कहा कि किसी भी खिलाड़ी के द्वारा मैदान पर ऐसा काम गलत हैं और उन्हे खिलाड़ियों को बापस बुलाना नहीं चाहिए था। उन्होंने आगे कहा की वो ऐसी चीजे कभी भी नहीं देखना चाहेंगे। उनका मानना हैं की अगर वहा रिकी पोंटिंग होते तो ऐसी चीजे नहीं होती।