आईपीएल का एलिमिनेटर कल शाम को रॉयल चैलेंजर बैंगलोर और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच खेला गया जिसमें एक शानदार और रोमांचक मुकाबले मे बैंगलोर ने लखनऊ को 14 रनो से हरा दिया। ये मैच अंतिम ओवर तक गया था और पूरा मैच रोमांच से भरा हुआ था जहाँ पर किसी भी वक़्त कोई भी टीम आगे नहीं थी।
टॉस जीत कर के एल राहुल ने पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया था और लखनऊ के लिए शुरुवात अच्छी ही हुई क्यूंकि पहले ही ओवर में फाफ डु प्लेसिस आउट हो गए लेकिन फिर कोहली और पाटीदार ने एक अच्छी साझेदारी करी और मैच को संभाला मगर कुछ समय बाद कोहली भी आउट जो गए और फिर मैक्सवेल भी जल्दी आउट हो गए। युवा खिलाड़ी रजत ने टीम का भार उठाया और फिर एक कमाल की पारी खेली और पहले भरतीय अनकैपड खिलाड़ी बने जिन्होंने प्लेऑफ मे शतक लगाया हो।
उन्ही की कारण बैंगलोर ने लखनऊ को 208 रनो का लक्ष्य दिया और जवाब मे लखनऊ ने भी अपना पहला वीकेट जल्दी खो दिया मगर राहुल क्रीज़ पर बने हुए थे और टीम को उम्मीद थी कि वो मैच जिताएंगे मगर वो अंत मे जाकर आउट हो गए। उन्होंने 58 गेंदों मे 79 रन बनाए थे जोकि 136.21 की स्ट्राइक रेट से आया था और ये बहुत धीमा होगया जब आपकी टीम 200 से ज्यादा का टारगेट चेस कर रही हो तब। इसी चीज को लेकर बाद मे काफी बाते भी बनने लगी।
के राहुल के साथ स्लो स्ट्राइक रेट का समस्या काफी लंबे समय चलता आ रहा हैं और जिनके कारण उन्हें पहले भी अलोचना का सामना करना पड़ा है। वो काफी अच्छे बल्लेबाज़ है लेकिन कभी कभी ऐसा लगता है कि वो टीम के अनुसार काफी धीमा खेल रहे है और एलिमिनेटर मे भी ऐसा ही लगा।
इसी चीज को लेकर संजय मांजरेकर ने कहा कि के एल राहुल को लंबे समय बल्लेबाज़ी करने के जगह तेज़ बल्लेबाज़ी करनी चाहिए ताकि टीम को उस से फायदा हो सके और टी20 क्रिकेट में तेज खेलना बहुत जरूरी होता है। वो अगर ज्यादा समय ले रहे है तो आने बाले बल्लेबाजो के साथ साथ टीम को भी बड़ा नुकसान होगा।