इस बात से हर कोई भलि-भांति परिचित है कि महेंद्र सिंह धोनी एक कप्तान के रूप में जितने सफल रहे हैं उतना सफल विश्व का कोई अन्य कप्तान शायद ही रहा हो। विशेष कर जब बात आईसीसी की ट्रॉफी पर कब्ज़ा करने की हो। धोनी के पास अनुभव का खजाना है जो टीम इंडिया के अब भी काम आ सकता है।
टी20 विश्वकप से भारतीय टीम के बाहर होने के बाद ऐसी खबर मिल रही है कि बीसीसीआई आने वाले समय में महेंद्र सिंह धोनी की सेवा लेने की योजना बना रही है और इसे लेकर जल्द ही दोनों पक्षों में बातचीत भी संभव है। धोनी की मदद से बीसीसीआई खिलाड़ियों में निडरता लाने को देख रही है।
एक बीसीसीआई अधिकारी ने इस बारे में बात करते हुए कहा है कि “संभव है कि बीसीसीआई महेंद्र धोनी से यह मांग करे कि वे टी20 फॉर्मेट को ध्यान में रखते हुए कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों के साथ काम करें ताकि समय आने पर आईसीसी टूर्नामेंट में ये खिलाड़ी निडरता से प्रदर्शन करें”।
अब इस बारे में बीसीसीआई कब कदम उठाती है और महेंद्र सिंह धोनी इस बारे में क्या फैसला लेते हैं यह तो वक़्त ही बताएगा। लेकिन यह बात तो तय है कि अगर धोनी इस काम के लिए राजी भी होते हैं तो उनकी कुछ शर्तें होंगी जिन्हें बीसीसीआई को माननी होंगी।
जब धोनी कप्तान थे तब अपने हिसाब से खिलाड़ियों को चुनते थे, तैयार करते थे और उनसे प्रदर्शन करवाते थे। साथ ही जरुरत पड़ने पर वो कुछ युवा खिलाड़ियों पर भरोसा भी दिखलाते थे, वो भी लंबे वक़्त तक। उनकी यही आदतें एक औसत खिलाड़ी को विशेष बनाती थी।
आशा है कि महेंद्र सिंह धोनी बीसीसीआई के साथ इस बारे में मिल कर कुछ करेंगे ताकि भारतीय टीम अपनी कमियों को दूर कर सके और आने वाले महत्वपूर्ण टूर्नामेंट में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखला सके। अब अगला टी20 विश्वकप 2024 में हैं जबकि एकदिवसीय विश्वकप अगले साल खेला जाएगा।
