ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किये गए इस साल के टी20 विश्वकप में वैसे तो भारतीय टीम के लिए ज्यादा अच्छी चीजें घटित नहीं हुई पर एक विशेष खिलाड़ी के मामले में टीम इंडिया को सकारात्मक फायदा पहुंचा है। वो कोई और नहीं बल्कि युवा तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह हैं।
जो कि अपना पहला टी20 विश्वकप खेल रहे थे। इससे पहले कभी भी उन्होंने आईसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट का मुँह भी नहीं देखा था। उन्होंने 6 मैचों में 10 विकेट चटकाए और टॉप 10 विकेट चटकाने वाले गेंदबाजों की सूचि में भी शामिल रहे।
उनकी तारीफ करते हुए भारत के पूर्व खिलाड़ी निखिल चोपड़ा ने काफी कुछ कहा है। उनका कहना है कि “इस बात में कोई शक नहीं है कि अर्शदीप सिंह भारत के लिए इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी खोज हैं। जिस प्रकार की गेंदबाजी उन्होंने नई और पुरानी गेंद से किया है वह काफी प्रभावशाली है”।
“इस विश्वकप में खेलने का फायदा उन्हें जरूर मिलेगा और उनकी गेंदबाजी आने वाले समय में और भी ज्यादा खतरनाक होने जा रही है। आगे जाके वह एक ऐसे गेंदबाज में तब्दील होने वाले हैं जो अकेले अपने दम पर किसी भी मैच का परिणाम पलट सकते हैं”।
निखिल चोपड़ा की इन बातों से हालांकि फैन्स का एक बड़ा वर्ग सहमत है। बस भारतीय सेलेक्टर्स को चाहिए कि अर्शदीप सिंह के ही जैसे कुछ और प्रतिभाशाली युवाओं को टीम में ज्यादा मौके मिलें ताकि आने वाले समय में भारतीय टीम को वैसी निराशा ना झेलनी पड़े जैसी कल सेमीफाईनल में इंग्लैंड के विरुद्ध झेलने को मिली।
