गुरुवार की शाम को मुम्बई में टाटा आईपीएल का एल क्लासिको खेला गया जो कि इस सीज़न का 33वां मैच था। चेन्नई सुपर किंग्स और मुम्बई इंडियन्स इन दोनों ही टीम के फैन्स को इस मुकाबले का बेहद बेसब्री से इन्तजार था और जैसा कि हमेशा से होता आया है यह मुकाबला भी काफी रोमांचक था और अंतिम ओवर तक चला।
मुम्बई द्वारा दिए गए 155 रनों के टारगेट को चेन्नई की टीम अंतिम गेंद पर पाने में सफल रही और 3 विकेट से यह मुकाबला जीत लिया। मैच में एक वक़्त ऐसा आया था जब लग रहा था कि मैच किधर भी जा सकता है। अंतिम ओवरों में चेन्नई की ओर से महेंद्र सिंह धोनी और ड्वेन प्रिटोरियस क्रीज़ पर थे और जीत का सारा दारोमदार इन दोनों पर ही था।
ड्वेन प्रिटोरियस ने जीत के बाद बताया कि कैसे वह स्कूप शॉट खेलने वाले थे लेकिन उस वक़्त धोनी ने उन्हें रुकने को कहा और अगली बार जब फिर से उन्होंने स्कूप शॉट का जिक्र किया तो धोनी ने उन्हें हरी झंडी दिखाई और 19वें ओवर में उन्होंने बुमराह की गेंद पर शानदार स्कूप शॉट चार रनों के लिए खेला।
प्रिटोरियस ने धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि वह फिनिशिंग के मास्टर हैं और आज भी उन्होंने यही साबित किया। धोनी ने मात्र 13 गेंदों में 28 रन बनाए जिसमें एक छक्का और 3 चौके शामिल थे। अंतिम ओवर में चेन्नई को जीत के लिए 17 रनों की जरुरत थी जिसे धोनी के बलबूते पर चेन्नई पाने में सफल रही।
मुम्बई इंडियन्स ने अब लगातार 7 मैच हार कर अपने नाम एक अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज करवा लिया है, वह अंक तालिका में सबसे नीचे हैं तो वहीं चेन्नई अब 4 अंक अर्जित कर चुकी है और फ़िलहाल 9वें स्थान पर है।