क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने इतिहास रचा है जहाँ उन्होंने भी अपने पिता की तरह रणजी टॉफी में डेब्यू करते हुए शतक जड़ा है और उन्होंने ये कारनामा गोवा की तरफ से खेलते हुए इस रणजी ट्रॉफी के पहले मुकाबले में किया हैं।
उन्होंने 120 रनो की पारी खेली और उन्होने कुल 207 गेंदे बल्लेबाज़ी की थी जहां उन्होंने अपनी इस पारी में 16 चौके और 2 छक्के लगाए थे। उन्होंने 7वे नंबर पर आकर ये कमाल की पारी खेली है और उनकी इस बल्लेबाज़ी से सभी लोग खुश है और जमकर तारीफ कर रहे है।
वही अभी एक शो में सचिन तेंदुलकर से उनकी खुशी के बारे में पूछा गया था जहां उनसे ये सवाल किया गया कि उन्होंने तो काफी शतक लागए है लेकिन अर्जुन के इस शतक से उन्हें कितनी खुशी मिली और उन्हें कैसा लग रहा था।
इसका जवाब देते हुए सचिन ने कहा था कि उनके पिता के लिए सबसे ज्यादा गर्व का क्षण तब था जब उन्हें किसी ने ये बोला था कि ये रहे सचिन के पिता और उनके पिता ने भी बताया था अपने दोस्त से की ये उनकी जिंदगी का सबसे अच्छा पल है जो वो कभी भी नही भूल पाएंगे।
वही उन्होंने आगे कहा कि अर्जुन का बचपन कुछ अलग बिता है जहां उसे सब पहले से ही जानते थे और इस कारण उसे काफी उम्मीदे भी थी, वो भी चाहते थे कि अर्जुन क्रिकेटर बने। हालांकि उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शन के बाद उनसे कोई उम्मीद नही रखे और न ही वो रखेंगे क्यूंकि उनके पिता ने उनसे नही रखा था और इस कारण वो जाकर खुद को एक्सप्रेस कर पाते थे और अपना गेम खेल पाते थे।