कल भारत और बांग्लादेश के बीच पहला एकदिवसीय मैच खेला गया जिस मैच में भारत की ओर से युवा तेज गेंदबाज कुलदीप सेन का डेब्यू हुआ। मध्यप्रदेश के इस खिलाड़ी ने आईपीएल के पिछले सीजन में राजस्थान रॉयल्स की ओर से भाग लिया था।
इस लीग में इन्होंने 8 विकेट चटकाए और उसके बाद विजय हजारे ट्रॉफी में भी मात्र 6 मैच खेलकर 18 बल्ल्लेबाजों का शिकार किया। जब बांग्लादेश के विरुद्ध रविवार को इनका डेब्यू हुआ तो इन्होंने 2 विकेट चटकाए। एक पिता के लिए बड़ी बात होती है जब उसका बेटा भारत के लिए खेले।
कुलदीप सेन के पिता रामपाल सेन के लिए भी यह काफी गर्व की बात थी लेकिन इसके बावजूद रविवार को वह रोज की तरह अपना सैलून खोलने चले गए। जहाँ 12 बजे से लेकर 6 बजे तक लगातार वह मीडिया वालों से घिरे रहे और अपने बेटे के बारे में बातें की।
रामपाल सेन के लिए उनका कार्य सबसे ऊपर है और उसके साथ वह कोई समझौता नहीं करते। अपने बेटे के बारे में बात करते हुए उन्होने कहा कि “मैं यह नहीं बता सकता कि उसने कैसा प्रदर्शन किया क्योंकि मैंने मैच देखा ही नहीं”।
अपने काम के बारे में भी बात करते हुए उन्होंने काफी कुछ कहा है “लोगों के बाल-दाढ़ी बनाना हमारा खानदानी काम है, मेरे पूर्वज भी यही करते रहे। यहाँ बात पैसों की नही है। अगर मैं यहाँ नहीं आऊंगा तो दिन भर घर में बैठ कर क्या करूँगा”।
