भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मैच में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथे इंदौर के मैदान पर 9 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी। भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के सामने सिर्फ 76 रनो का लक्ष्य दिया और ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लिया।
इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। वही अब भारतीय टीम को इस सीरीज का अंतिम मुकाबला जो की अहमदाबाद के मैदान पर खेले जाने वाला है में जीत दर्ज करना बेहद जरूरी होगा।
लेकिन जिस प्रकार का प्रदर्शन भारतीय टीम ने इस मुकाबले में किया इसे देखते हुए फैंस को चौथे टेस्ट से पहले काफी संशय है। वही इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भारत की हार के बाद उस टर्निंग पॉइंट और खिलाड़ी के बारे में बताया जिसकी वजह से भारत ने यह मुकाबला अपने हाथ से गंवाया।
सुनील गावस्कर ने रविन्द्र जडेजा द्वारा ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान मार्नुस लाबुशेन को डाली गई नो बॉल को टर्निंग प्वाइंट बताया और कहा की यहां से भारत मुकाबला हारी। सुनील गावस्कर ने कहा की “इस समय तक मार्नुस ने अपना खाता भी नहीं खोला था और यही टर्निंग पॉइंट रहा। इसके बाद उन्होंने ख्वाजा के साथ 96 रनो की साझेदारी कर ली।”
इसके बाद गावस्कर ने कहा की अगर जडेजा वह नो बॉल नहीं डालते और मार्नुस आउट होते तो शायद नतीजा कुछ अलग होता। इसके अलावा सुनील गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाजी की भी आलोचना करते हुए कहा की “हमारे बल्लेबाजों के दिमाग में पिच घूम रही थी। हमारे कई बल्लेबाज गेंद से ज्यादा अपनी गलतियों से आउट हुए क्योंकि उन्होंने कई खराब शॉट खेले।”
