पिछले कुछ सालों से रनों के लिए संघर्ष कर रहे विराट कोहली ने अब अपनी फॉर्म फिर से हासिल कर ली है। पिछले एशिया कप में, लगभग 3 साल के लंबे इंतजार के बाद, शतक जड़ कर फॉर्म प्राप्त की । बाद में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में कई मैच खेले और टीम को जीत दिलाते के हुए बड़े स्कोर किए।
सुपर 12 के पहले मुकाबला में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने एक कठिन लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत को जीत दिलाने के लिए 53 गेंदों में नाबाद 82 रन बनाए। नीदरलैंड के खिलाफ मैच में कप्तान ने रोहित शर्मा के साथ 73 (56) और सूर्यकुमार यादब के साथ 95* (48) का स्कोर बनाया। उसी मैच में उन्होंने 44 गेंदों में 62 रन बनाए ।
हालांकि, नीदरलैंड के खिलाफ मैच से पहले कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हो गए और उन्होंने अपनी कोमल ह्रदय से भगवान की प्रशंसा की और संघर्ष के दौरान उन्होंने खुद को कैसे संभाला वो व्यक्त किया ।
उन्होंने बताया की “मैं तो लाइफ बहुत ईमानदारी से देखता हूं, तो मुझे ये चीज दिखती है । तो ऐसा नहीं मैं बोलूंगा की मुझे फरक नहीं पड़ता, लेकिन आपको सच्चाई दिखती है बस। मैं उतना ही बोल सकता हूं की आप जब इतने समय तक खेलते हो, ईमानदारी से खेलते हो – देने वाला ऊपर वाला ही है।”
“मैं उसके आगे कुछ नहीं बोल सकता। बाकी आप हाथ पैर कितने भी मार लो; जब उसने देना है तब भी देना है, और कोई कुछ भी नहीं कर सकता । मैं तो अपनी लाइफ ऐसा ही जीता हूं। जब तक खेल रहा हूं, मैं ऐसे ही खेलूंगा।”