इंडियन प्रीमियर लीग के क्वालीफायर 1 में एमएस धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एक बार फिर आईपीएल फाइनल में अपनी जगह बना ली है। इस मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने सबसे मजबूत टीम गुजरात टाइटंस को 15 रनो से मात दी।
इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी द्वारा गुजरात टाइटंस के मजबूत बैटिंग लाइन अप के खिलाफ गेंदबाजों का बड़ी ही चालाकी से इस्तेमाल किया गया। वही कल मैच के दौरान एक ऐसी घटना हुई जो अब काफी चर्चा में आ गई है और इसे लेकर एमएस धोनी पर फिक्सिंग और चीटिंग करने के आरोप फैंस द्वारा लगाए जा रहे है।
दरअसल यह घटना है कल के मैच के 16वे ओवर की जब गुजरात टाइटंस बल्लेबाजी कर रही थी और 30 गेंदों पर 71 रनो की जरूरत थी। सीएसके की टीम ने इससे पहले पथिराना को इंपैक्ट प्लेयर के रूप में शामिल किया था और उन्होंने 1 ओवर गेंदबाजी की और 10 रन दिए थे।
इसके बाद वह कुछ समय के लिए मैदान से बाहर चले गए थे।लेकिन इसके बाद अंतिम ओवरों के लिए एमएस धोनी ने एक बार फिर पथिराना को मैदान में बुलाया। लेकिन जैसे ही पथिराना गेंदबाजी करनें आए तो अंपायर ने उन्हें गेंदाबजी करने से मना कर दिया।
नियमों के अनुसार अगर कोई गेंदबाज मैदान से बाहर हो तो वह हाथो हाथ आकर गेंदबाजी नही कर सकता। इसे लेकर अंपायर ने उन्हें रोका और बोला की वह 4 मिनट बाद गेंदबाजी कर पाएंगे। इसे लेकर धोनी थोड़े नाराज दिखे और अंपायर से काफी अनबन होने लगी।
लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने कप्तानी में चालाकी दिखाते हुए अंपायर के साथ 4 मिनट तक बहस की और उसके बाद पथिराना से ही गेंदबाजी कराई। इसे लेकर कॉमेंटेटर ने भी धोनी की आलोचना की। वही इसके बाद पथिराना के ओवर में 19 रन आए और धोनी की चाल उल्टी पड़ गई।