आज भारतीय टीम को बांग्लादेश के खिलाफ ओडीआई में एक करारी हार का सामान करना पड़ा। भारतीय टीम को बांग्लादेश ने एक रोमांचक मुकाबले में 1 विकेट से हारा दिया। भारत ने 136 रनों पर ही बांग्लादेश के 9 विकेट गिरा दिए थे और जीतने के लिए सिर्फ 1 विकेट चाहिए था। लेकिन भारतीय टीम यह विकेट हासिल नहीं कर पाई और मेहंदी हसन ने मैच विनिंग पारी खेल मैच जीताया।
अब इस हार से दुःखी हुए फैंस को 2011 में महेन्द्र सिंह धोनी द्वारा इससे भी मुश्किल परिस्थितियों वाले मुकाबले की याद आई जब कप्तान धोनी ने अपनी सूझ बूझ और खिलाडिय़ों का सही इस्तेमाल करते हुए मैच को जीताया। यह मुकाबला था 15 जनवरी 2011 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ।
5 मैचों की ओडीआई श्रृंखला के इस दूसरे मुकाबले में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और सिर्फ 190 रन ही बना पाई। इस मुकाबले में भारत के लिए सबसे अधिक रन युवराज सिंह और एमएस धोनी ने ही बनाए थे जिन्होंने क्रमशः 53 और 38 रनो की पारियां खेली थी।
साउथ अफ्रीका के लिए यह आसान जीत नजर आ रही थी लेकिन भारतीय टीम के इरादे अलग ही थे। साउथ अफ्रीका के कप्तान ग्रेम स्मिथ ने 77 रनो की पारी खेली और मैच जीतना चाहा लेकिन मुनाफ पटेल ने इन्हे क्लीन बोल्ड कर पवेलियन रवाना किया।
इसके बाद भारतीय टीम ने एक के बाद 177 रनो तक साउथ अफ्रीका के 8 विकेट गिरा दिए। इसके बाद मैच फसने लगा और अंत में साउथ अफ्रीका को 3 रन और भारत को 2 विकेट की जरूरत थी। फिर गेंदबाज मुनाफ पटेल ने 1 ही ओवर में दोनो विकेट हासिल किए और भारत एमएस धोनी की कप्तानी में यह मुक़ाबला जीती।
